इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमजोर हो ना
हम चलें नेक रस्ते पे,
भूलकर भी कोइ भूल हो ना -2
इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमजोर हो ना
हम चलें नेक रस्ते पे,
इतनी शक्ति हमें देना दाता
दूर अज्ञान के हो अंधेरे
तू हमें ज्ञान की रोशनीं दे
हर बुराई से बचते रहें हम
जितनी भी दे, भली जिन्दगी दे
बैर हो ना किसि का किसी से
भावना मन में बदले कि हो ना
हम चलें नेक रस्ते पे, हमसे
भूलकर भी कोइ भूल हो ना
इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमजोर हो ना
हम ना सोचें हमें क्या मिला है
हम ये सोचें किया क्या है अर्पण
फूल खुशियों के बाटें सभी को
सबका जीवन हीं बन जाये मधुबन
अपनी करुणा का जल तू बहाके
कर दे पावन हर एक मन का कोना
हम चलें नेक रस्ते पे, हमसे
भूलकर भी कोइ भूल हो ना
इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमजोर हो ना
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जन गण मन अधिनायक जय हे
भारत भाग्य विधाता
पंजाब सिन्ध गुजरात मराठा
द्राविड़ उत्कल बंग
विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा
उच्छल जलधि तरंग
तव शुभ नामे जागे
तव शुभ आशिष मागे
गाहे तव जय गाथा
जन गण मंगल दायक जय हे
भारत भाग्य विधाता
जय हे जय हे जय हे
जय जय जय जय हे
रवीन्द्रनाथ ठाकुर
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हम को मन की शक्ति देना, मन विजय करें
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें
हम को मन की शक्ति देना, मन विजय करें
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें
हम को मन की शक्ति देना..
भेदभाव, भेदभाव अपने दिल से साफ़ कर सके,
दोस्तों से भूल हो तो माफ़ कर सकें,
झूठ से बचे रहें, सच का दम भरे
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें
हम को मन की शक्ति देना मन विजय करें
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें
हम को मन की शक्ति देना …
मुश्किलें पड़ें तो हम पे इतना कर्म कर
साथ दे तो धर्म का, चलें तो धर्म पर
खुद पे हौसला रहे, बदी से ना डरें
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें
हम को मन की शक्ति देना मन विजय करें
दूसरों की जय से पहले खुद को जय करें
हम को मन की शक्ति देना…
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